चंपाई सोरेन के बाद अब लोबिन हेम्ब्रम ने थामा बीजेपी का दामन

नई दिल्ली। झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) से निष्कासित लोबिन हेम्ब्रोम ने बीजेपी का दामन थाम लिया। बता दें कि लोबिन हेम्ब्रोम को इस साल की शुरुआत में जेएमएम से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था। बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने हेम्ब्रोम को पार्टी की सदस्यता दिलाई। इस दौरान झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा, नेता प्रतिपक्ष अमर बौरी और पूर्व विधायक सीता सोरेन भी उपस्थित रहीं।

बीजेपी में शामिल हुए जेएमएम के पूर्व नेता लोबिन हेम्ब्रोम को पार्टी ने लोकसभा चुनाव से पहले 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया था। दरअसल, हेम्ब्रोम ने जेएमएम के खिलाफ जाकर लोकसभा चुनाव में बतौर निर्दलीय उम्मीदवार नामांकन दाखिल कर दिया था। इसी कारण उन पर कार्रवाई की गई थी। अब लोबिन हेम्ब्रोम बीजेपी के हो गए।

झारखंड मुक्ति मोर्चा के तीन बड़े नेता अब तक बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। सबसे पहले हेमंत सोरेन की भाभी सीता सोरेन ने नाराजगी के चलते जेएमएम छोड़कर बीजेपी का दामन थाम लिया था। उनके बाद प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और जेएमएम के कद्दावर नेता चंपई सोरेन भी कल ही औपचारिक तौर पर बीजेपी में शामिल हुए हैं हालांकि उन्होंने बीजेपी में शामिल होने की घोषणा कुछ दिन पहले ही कर दी थी। अब लोबिन हेम्ब्रोम ने भी बीजेपी की सदस्यता ले ली है जिससे राज्य में भारतीय जनता पार्टी को मजबूती मिली है।

इस मौके पर झारखंड के बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर बीजेपी जॉइन करने पर लोबिन हेम्ब्रम को बधाई दी है। उन्होंने एक पोस्ट में लिखा, झारखंड राज्य आंदोलन के अग्रणी नेता, पूर्व विधायक श्री लोबिन हेम्ब्रम जी ने आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व एवं भारतीय जनता पार्टी की नीतियों में निष्ठा व्यक्त करते हुए भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। भाजपा परिवार में आपका हार्दिक स्वागत एवं अभिनंदन है।

वहीं इससे पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि कल चंपई सोरेन बीजेपी में शामिल हुए, इसलिए मैंने सोचा कि मुझे जाकर उन्हें शुभकामनाएं देनी चाहिए, इसलिए मैं सुबह आया और उनसे बात की। मैंने चंपई सोरेन को असम में आमंत्रित किया है। उन्हें मां कामाख्या मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए भी आमंत्रित किया और मेरे घर पर भोजन करने के लिए भी आमंत्रित किया।

 

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