रायपुर
छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार हिंसा मामले में सरकार ने बड़ा एक्शन लिया है. दो दिन पहले जिले के कलेक्टर और एसपी को पद से हटाने के बाद अब दोनों को सस्पेंड कर दिया गया है. सरकार ने बलौदा बाजार के तत्कालीन कलेक्टर केएल चौहान और एसपी सदानंद कुमार पर एक्शन लिया है. बता दें कि 12 जून को दोनों को उनके पद से हटाकर दीपक सोनी को नया कलेक्टर और विजय अग्रवाल को नया एसपी बनाया गया था. दोनों पर लापरवाही बरतने को लेकर कार्रवाई की गई है.
बता दें कि छत्तीसगढ़ के बलौदा बाजार जिले में 10 जून को हिंसा भड़क गई थी. यहां धार्मिक स्थल में तोड़फोड़ से नाराज सतनामी समाज के लोग प्रदर्शन के दौरान उग्र हो गए थे. उन्होंने पहले जिला कलेक्ट्रेट और एसपी ऑफिस में पत्थरबाजी की और फिर आग लगा दी थी.
हिरासत में लिए गए थे 60 से ज्यादा लोग
गुस्साए लोगों ने 100 से ज्यादा गाड़ियों को भी आग के हवाले कर दिया था. इस हिंसक प्रदर्शन में 25 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए थे. वहीं हिंसा को देखते हुए बाजार की सभी दुकानें बंद कर दी गई थीं और पुलिस ने धारा 144 लगाकर भीड़ पर कंट्रोल किया गया था. इस दौरान पुलिस ने 60 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया था.
सतनामी समाज से जुड़ा है पूरा मामला
बीती 15 मई की रात गिरौदपुरी में सतनामी समाज के तीर्थ स्थल 'अमर गुफा' के जैतखाम को किसी ने क्षतिग्रस्त कर दिया था. पुलिस ने इस मामले में कुछ लोगों को गिरफ्तार भी किया था. हालांकि नाराज प्रदर्शनकारियों का कहना था कि पुलिस ने असली आरोपियों को नहीं पकड़ा है और वो दोषियों को बचा रही है. इसको लेकर 8 जून को कलेक्टर और समाज के लोगों के बीच बैठक हुई थी. उसके बाद 9 जून को गृहमंत्री विजय शर्मा की ओर से घटना के न्यायिक जांच के आदेश दिए गए थे. इसके बाद समाज के लोगों ने 10 जून को दशहरा मैदान में प्रदर्शन की अनुमति मांगी, लेकिन प्रदर्शन के दौरान लोग पुलिस के रवैये से उग्र हो गए थे, जिससे हालात बिगड़ गए.
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