नई दिल्ली।
छत्तीसगढ़ बोर्ड ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) के तहत नए शैक्षिक सत्र से एक नया कानून लागू करने का निर्देश दिया है। इस आदेश के अनुसार नए शैक्षिक सत्र से अब बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन एक वर्ष में दो बार किया जाएगा। इस नए नियम से फेल स्टूडेंट्स को सबसे ज्यादा फायदा मिलने वाला है। वे एक बार फेल होने पर बेहतर तैयारी के साथ उसी वर्ष पास हो सकेंगे और उनका साल बर्बाद होने से बच जाएगा।
इसके साथ ही स्टूडेंट्स इससे अपने रिजल्ट में सुधार भी कर पाएंगे। आपको बता दें अभी तक केवल कम्पार्टमेंट लगने वाले स्टूडेंट्स ही दोबारा परीक्षा में भाग ले सकते थे जिसमें अब बदलाव हुआ है।
दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करने वाला छत्तीसगढ़ बना पहला राज्य
छत्तीसगढ़ बोर्ड देशभर में पहला राज्य बनने वाला है जो इस सत्र से ही वर्ष में दो बार बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन करने जा रहा है। अभी तक देश में किसी भी राज्य ने दो बार बोर्ड परीक्षा आयोजित करने का नियम लागू नहीं किया था। छत्तीसगढ़ बोर्ड के साथ केवल सीबीएसई बोर्ड इस शैक्षिक सत्र से देशभर में दो बार बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन करने की घोषणा कर चुका है।
कब आयोजित होंगी परीक्षाएं
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल, रायपुर की ओर से यह जानकारी भी दी गई है कि किस महीने में बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा। जारी की गई सूचना के मुताबिक प्रथम चरण की बोर्ड परीक्षाओं का आयोजन मार्च माह में किया जायेगा वहीं दूसरी बार बोर्ड परीक्षाएं जून-जुलाई माह में आयोजित की जाएंगी।
रजिस्टर्ड स्टूडेंट्स ही ले सकेंगे एग्जाम में भाग
स्टूडेंट्स ध्यान रखें कि पहले चरण की बोर्ड परीक्षाओं में भाग लेने वाले रजिस्टर्ड छात्र ही दूसरे चरण की परीक्षाओं में भाग ले सकेंगे। नए स्टूडेंट्स इन परीक्षाओं में शामिल नहीं हो पायेंगे।
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