ऋचा चड्ढा ‘हीरामंडी’ की अपनी को-स्टार शर्मिन सेगल के सपोर्ट में आई सामने, कहा 

संजय लीला भंसाली की वेब सीरीज 'हीरामंडी' के नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीम होने के बाद से ही एक्ट्रेस शर्मिन सेगल को ट्रोलिंग का सामना करना पड़ रहा है. इस सीरीज में शर्मिन सेगल ने 'आलमजेब' की भूमिका निभाई. शो में उनका किरदार काफी अहम था, लेकिन वह दर्शकों का दिल जीतने में नाकाम रही हैं. हाल ही में 'हीरामंडी' सीजन 2 का ऑफिशियल ऐलान हुआ, जिसके बाद एक बार फिर से शर्मिन सेगल ट्रोलर्स के निशाने पर आ गईं. सोशल मीडिया पर यूजर्स ने आलमजेब के किरदार को सीजन 2 में नहीं रखने की मांग की है और साथ ही एक्ट्रेस की जमकर ट्रोलिंग भी की. शर्मिल सेगल की इस लगातार ट्रोलिंग पर को-स्टार ऋचा चड्ढा ने रिएक्ट किया है. 

ऋचा चड्ढा ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी पर एक यूजर के नेगेटिव कमेंट के स्क्रीनशॉट के साथ कड़े शब्दों में एक बयान जारी किया. इस कमेंट में यूजर ने शर्मिन सेगल से शो में वापस ना आने की रिक्वेस्ट की थी. कमेंट में लिखा था, ''कभी इस शो में वापस मत आना, जो खासतौर पर बिना इमोशन वाले नेपो किड के लिए बनाया गया था.''

'लेकिन इतनी गहरी नफरत?'

इस कमेंट के स्क्रीनशॉट को शेयर करते हुए ऋचा चड्ढा ने इंस्टा स्टोरी में लिखा, ''पिछले एक महीने से जब भी मैं ट्रैक कर रही हूं और ठीक से देख पा रही हूं, मैं अपने कमेंट सेक्शन में को-स्टार के बारे में आने वाले नेगेटिव कमेंट्स हटा रही हूं.'' एक्ट्रेस ने आगे लिखा, "दोस्तों? रचनात्मक आलोचना करें, लेकिन इतनी गहरी नफरत? किसी के परफॉर्मेंस को अस्वीकार करना एक बात है, ठीक है! मत करो पसंद, आपका हक है. पर ऐसे चटकारे ले के ट्रोल तो मत करो? कृपया? ऑउट ऑफ कंटेक्स्ट इंटरव्यू क्लिप. क्यों? 

'दुनिया में बहुत कुछ चल रहा है! कृपया आगे बढ़ें?'

ऋचा चड्ढा ने आगे लिखा, ''मैं जानती हूं कि किसी चलन पर कूद पड़ना लुभावना है, लेकिन किसी दूसरे इंसान को लालच देना? मुझे लगता है कि हम सब उससे बेहतर कर सकते हैं, उससे बेहतर बन सकते हैं. दयालु बने. कृपया. यह किसी के मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकता है. अभी-अभी एक बड़ा चुनाव हुआ है, हीट वेव चल रही है, दुनिया में बहुत कुछ चल रहा है! कृपया आगे बढ़ें?''

आलोचना पर क्या बोली थीं शर्मिन सेगल

बता दें कि हाल ही में इंटरव्यू में शर्मिन सेगल ने शो में अपने परफॉर्मेंस के लिए मिल रही आलोचना के बारे में खुलकर बात की थी. एक्ट्रेस ने कहा था, ''आखिर में दर्शक ही राजा होते हैं. और एक क्रिएटिव इंसान के रूप में, इसे स्वीकार करना बहुत महत्वपूर्ण है. उन्हें अपनी राय रखने का अधिकार है- सकारात्मक या नकारात्मक. यह एक ऐसी चीज है, जो मुझे एक अलग दृष्टिकोण देती है.''

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