महतारी वंदन योजना से बिखरी मुस्कान, सास-बहू के पारंपरिक रिश्ते को मिली नई पहचान

रायपुर। महतारी वंदन योजना छत्तीसगढ़ सरकार की एक अभिनव पहल है, जो महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के साथ ही उनका सामाजिक और पारिवारिक स्तर पर सम्मान बढ़ाने का कार्य कर रही है। यह योजना महिलाओं को वित्तीय सहायता प्रदान कर उन्हें आत्मनिर्भर बना रही है, जिससे वे अपने परिवार की बेहतरी के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने में सक्षम होती हैं।

कुछ ऐसी ही कहानी है कोरबा जिले के ग्राम बगदरा गांव की श्रीमती इतवारा बाई के परिवार की। ग्रामीण महिला इतवारा बाई और उनकी बहू ममता, महतारी वंदन योजना के तहत मिल रही राशि से अपने परिवार को स्थिरता दे रही हैं। ग्रामीण परिवेश में जीविकोपार्जन के लिए आवश्यक संसाधनों की कमी और अनियमित रोजी-मजदूरी के कारण परिवार की आर्थिक स्थिति खराब थी, जिससे घर का खर्च चलाना भी कठिन हो रहा था।

योजना के तहत मिलने वाली राशि ने इतवारा बाई और ममता को अपने परिवार के स्वास्थ्य का ख्याल रखने के साथ ही दैनिक खर्चों को संभालने में मदद की। राशि के उचित उपयोग से वे अपने परिवार को सामाजिक सुरक्षा, स्वास्थ्य देखभाल, शिक्षा सहित अन्य लाभ दे रही है। उनकी मेहनत और योजना की मदद से अब परिवार की आर्थिक स्थिति सुधरी है। जिससे परिवार के जीवन स्तर को सुधार हुआ है और वे अब आत्मनिर्भर महसूस करती हैं और उनके परिवार में खुशहाली का माहौल है।

इस योजना का सबसे बड़ा लाभ यह है कि सास और बहू, दोनों को एक साथ आर्थिक सहायता मिल रही है। इससे दोनों पीढ़ियां न केवल एक-दूसरे के साथ मिलकर घर के खर्चों को सही तरीके से सम्हाल रही हैं, साथ ही उनके रिश्ते भी मजबूत हो रहे हैं। परिवार में खुशी का माहौल है, अब दोनों महिलाएं घर के निर्णयों में बराबरी से हिस्सा ले रही हैं और उनका आत्मविश्वास भी बढ़ा है। इतवारा और ममता का कहना है कि इस योजना ने उनका मनोबल बढ़ाया है और अब वह परिवार के फैसलों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं। सरकार की इस कल्याणकारी योजना के लिए सास इतवारा बाई और बहू ममता ने आभार व्यक्त करते हुए धन्यवाद दिया, जिससे उनके परिवार की स्थिति में सुधार आया और वे आर्थिक रूप से सशक्त होने लगी है।

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